नई दिल्ली/मुंबई/लखनऊ | 4 अगस्त 2025: देश के कई हिस्सों में जारी मूसलधार बारिश ने आम जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात और उत्तर प्रदेश के अनेक जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है। पिछले 24 घंटों में कई स्थानों पर 200 मिमी से अधिक वर्षा दर्ज की गई है, जिससे नदियों का जलस्तर बढ़ गया है और निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है।
प्रभावित राज्य और हालात
उत्तराखंड व हिमाचल प्रदेश:
हिमालयी क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश के कारण भूस्खलन और सड़कें धंसने की घटनाएँ सामने आई हैं। चारधाम यात्रा अस्थायी रूप से रोक दी गई है। ऋषिकेश-बद्रीनाथ मार्ग और शिमला-मंडी नेशनल हाईवे पर यातायात ठप हो गया है। स्थानीय प्रशासन ने कई गांवों को खाली कराया है।
महाराष्ट्र व गुजरात:
मुंबई, ठाणे, पालघर, अहमदाबाद और सूरत जैसे शहरी क्षेत्रों में भारी जलभराव से ट्रैफिक जाम और रेल सेवाएं बाधित हुई हैं। NDRF की टीमें तैनात कर दी गई हैं। गुजरात के बनासकांठा जिले में बाढ़ जैसी स्थिति के चलते स्कूलों को बंद कर दिया गया है।
उत्तर प्रदेश:
लखनऊ, हरदोई, बाराबंकी, गोंडा और आस-पास के जिलों में भारी वर्षा से खेतों में पानी भर गया है। कई ग्रामीण इलाकों में बिजली आपूर्ति भी प्रभावित हुई है। लखनऊ में नाले उफान पर हैं, जिससे शहरी यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
दिल्ली-NCR में ट्रैफिक जाम और जलभराव
राजधानी दिल्ली और एनसीआर क्षेत्रों में भी बारिश ने लोगों की रफ्तार रोक दी है। गुड़गांव, नोएडा और फरीदाबाद के प्रमुख मार्गों पर जलभराव के कारण वाहन रेंगते देखे गए। दिल्ली मेट्रो की कुछ लाइनें धीमी गति से चल रही हैं, जबकि कई सरकारी कार्यालयों में उपस्थिति कम रही।
मौसम विभाग की चेतावनी
IMD के अनुसार, आने वाले 48 घंटों में भारी से अति भारी वर्षा की संभावना बनी हुई है। रेड अलर्ट वाले क्षेत्रों में लोगों को घरों के भीतर रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी गई है।
आपातकालीन नंबर और प्रशासनिक तैयारी
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राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन नियंत्रण कक्ष – 1078
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NDRF हेल्पलाइन – 011-24363260
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राज्य आपदा राहत बल (SDRF) की टीमें अलर्ट मोड पर हैं
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प्रभावित क्षेत्रों में अस्थायी राहत शिविर बनाए जा रहे हैं
जनता की प्रतिक्रियाएँ और सोशल मीडिया अपडेट
सोशल मीडिया पर यूज़र्स लगातार बारिश के वीडियो और तस्वीरें साझा कर रहे हैं। कुछ इलाकों में स्थानीय नागरिकों ने जलभराव और सड़क धंसने की लाइव रिपोर्टिंग की। ट्विटर पर #बारिश_का_कहर ट्रेंड कर रहा है।
देशभर में हो रही यह असामान्य वर्षा मानसून के चरम प्रभाव को दर्शाती है। जलवायु परिवर्तन और शहरी विकास की असंतुलित नीतियाँ इन स्थितियों को और जटिल बना रही हैं। प्रशासन और जनता दोनों को सतर्क रहना होगा ताकि जान-माल की हानि को कम किया जा सके।
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